Updated: Thu, 02 Oct 2025 07:00 AM (IST)
उत्तरकाशी में गंगोत्री नेशनल हाईवे की हालत खराब है। ज्ञानसू से गंगोरी तक सड़क पर गड्ढे हैं और धूल उड़ रही है जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है। बीआरओ ने गड्ढों को मिट्टी से भरा है लेकिन इससे धूल और बढ़ गई है। तेखला से गंगोरी तक नाली का पानी सड़क पर बह रहा है। होटल एसोसिएशन ने राजमार्ग को सुधारने की मांग की है।  
                      जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। जिला मुख्यालय में सामरिक व चारधाम यात्रा की दृष्टि से महत्वपूर्ण गंगोत्री हाईवे की स्थिति में सुधार होता नजर नहीं आ रहा है। यहां ज्ञानसू से लेकर गंगोरी तक हाईवे की स्थिति बदहाल है। हालांकि कई जगह गड्ढों को भरने के लिए बीआरओ ने मिट्टी से पाट दिया है, लेकिन इस कारण धूल का गुबार उड़ रहा है, जिसके चलते स्थानीय व तीर्थयात्रियों को परेशानी उठानी पड़ती है।                                     जहां गड्ढे भरने से छूट गए हैं, उसके चलते यात्री हिचकोले खाकर यात्रा करने को मजबूर हैं।                
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                               बता दें कि इसी वर्ष गत जून माह में बीआरओ ने ज्ञानसू से तेखला तक करीब 90 लाख रुपये की लागत से डामरीकरण कार्य किया था। लेकिन मानसूनी वर्षा डामरीकरण कार्य धूल गया और कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे दोबारा उभर आए। हाल में, बीआरओ ने वर्षा थमने पर इन गड्ढों को पैचवर्क की जगह मिट्टी से भरा है, इस कारण इससे तात्कालिक सुविधा तो मिल रही है, लेकिन गड्ढों में डाली गई, मिट्टी से धूल का गुबार भी उड़ रहा है।                      
                                 वहीं, तेखला से गंगोरी तक हाईवे की स्थिति बदहाल है। यहां कई जगह नाली का पानी भी हाईवे पर बह रहा है। इससे स्थानीय लोगों से लेकर तीर्थयात्री हिचकोले खाकर गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा करने को मजबूर है। साथ ही जनपद मुख्यालय में ही हाईवे की बदहाल स्थिति के चलते यात्रियों के बीच जनपद को लेकर गलत संदेश भी जा रहा है।                      
                                 होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा, प्रकाश भद्री, सुभाष कुमाईं आदि ने बीआरओ ने लंबित हाईवे का चौड़ीकरण कार्य जल्द शुरू करने और हाईवे की दशा सुधारने की मांग की है।                      
  
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