हिमस्खलन हादसे के तीन साल बाद निम ने डीकेडी-2 का किया सफल आरोहण
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) ने द्रौपदी का डांडा-द्वितीय चोटी पर सफल आरोहण करके 2022 में हुए हिमस्खलन में जान गंवाने वाले पर्वतारोहियों को श्रद्धांजलि दी। कर्नल हेम चंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम ने 5670 मीटर ऊंची चोटी पर चढ़ाई की जो साहस और पुनर्निर्माण का प्रतीक है। निम ने पहले भी दिवंगत पर्वतारोहियों के सम्मान में कई चोटियों का आरोहण किया है।

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के मिक्स एडवांस कोर्स के प्रशिक्षु, प्रशिक्षकों व अधिकारियों ने द्रौपदी का डांडा-द्वितीय (डीकेडी-2) चोटी के आरोहण के दौरान हुए हिमस्खलन हादसे के दिवंगत पर्वतारोहियों को तीन साल बाद इस चोटी पर सफल आरोहण कर श्रद्धांजलि दी है।
चार अक्टूबर 2022 को चोटी के सफल आरोहण से वापसी के दौरान एडवांस कोर्स के ही 29 प्रशिक्षु व प्रशिक्षक हिमस्खलन की जद में आ गए थे, जिसमें उनकी मौत हो गई थी।
निम के प्रभारी प्रधानाचार्य कर्नल हेम चंद्र सिंह के नेतृत्व में 12 प्रशिक्षु, प्रशिक्षक व अफसरों की टीम ने गत चार अक्टूबर को ही 5,670 मीटर ऊंची डीकेडी-2 चोटी पर सफल आरोहण किया। निम के प्रभारी प्रधानाचार्य कर्नल हेम चंद्र सिंह ने कहा कि यह ऐतिहासिक व भावनात्मक आरोहण वर्ष 2022 के हिमस्खलन हादसे के बाद पहला सफल आरोहण है।
यह साहस, श्रद्धांजलि व पुनर्निर्माण का प्रतीक है, जो उन पर्वतारोहियों अडिग भावना, साहस और विरासत का सम्मान करता है, जिन्होंने साहस, अनुशासन और उत्कृष्टता की खोज में अपना जीवन खो दिया। इस दौरान शिखर पर पहुंचकर निम ने दिवंगत प्रशिक्षु पर्वतारोहियों व प्रशिक्षकों को श्रद्धांजलि दी।
दल में संस्थान के रेजिमेंटल मेडिकल आफिसर कैप्टन जी. संतोष कुमार, प्रशिक्षक विनोद गुसाईं, सौरभ सिंह, आजाद राणा, अंशुल गुप्ता समेत मिक्स एडवांस कोर्स के छह प्रशिक्षु शामिल रहे। बता दें, निम ने इससे पूर्व गत वर्ष हादसे में दिवंगत उत्तराखंड के 11 प्रशिक्षु पर्वतारोहियों के नाम पर माणा क्षेत्र की 11 अनाम चोटियों का भी सफल आरोहण किया था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।