पूर्वी सिंहभूम में 951 आवारा कुत्ते को लगा टीका, लोगों पर हमले की घटनाओं में कमी आने की उम्मीद
पूर्वी सिंहभूम में 951 आवारा कुत्तों को रेबीज से बचाने के लिए टीका लगाया गया। पशु चिकित्सा विभाग ने शहर के विभिन्न हिस्सों में यह अभियान चलाया। इसका उद्देश्य कुत्तों में रेबीज के संक्रमण को रोकना और उन्हें स्वस्थ रखना है, ताकि लोगों को उनसे कोई खतरा न हो।

पूर्वी सिंहभूम में 951 आवारा कुत्तों को रेबीज से बचाने के लिए टीका लगाया गया।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों के मामले में पश्चिम बंगाल और तेलंगाना राज्य को छोड़कर सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को हलफनामा दाखिल न करने पर तलब किया है।
कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सिर्फ कुछ राज्यों ने ही अनुपालन हलफनामा दाखिल किया है। यदि इसे गंभीरता से नहीं लिया गया तो कोर्ट खुद सुनवाई कर कार्रवाई करने का काम करेगी।
जिला पशुपालन पदाधिकारी डा. समरजीत मंडल ने बताया कि जिले में चालू वर्ष 2025-26 में अब तक 951 कुत्तों को एंटी-रेबीज वैक्सीन लगाया जा चुका है।
कोर्ट का सख्त रूख को देखते हुए जिला पशुपालन विभाग ने विभाग के पदाधिकारियों के साथ आज अहम बैठक बुलाई है, जिसमें आवारा कुत्तों को अधिक से अधिक एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने के लिए अधिक शिविर लगाए जाएंगे। डा. मंडल ने बताया कि कुत्ता पालने वाले लोगों को जागरूक करने का काम किया जाएगा।
क्या होता है एंटी रेबीज वैक्सीन
पशु चिकित्सक डा. आरके सिंह कहते हैं कि एंटी-रेबीज वैक्सीन (एआरवी) का उपयोग रेबीज के संपर्क में आने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए लगाया जाता है।
किसी आवारा कुत्ते के काटने, खरोंचने या चाटने से। यह वायरस के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित करता है। रेबीज जो एक जानलेवा वायरल संक्रमण है, उसको रोकने में मदद करता है।
कदमा में सबसे ज्यादा कुत्तों को लगा टीका
| इलाका | पालतू जानवरों की संख्या |
|---|---|
| कदमा | 335 |
| सुंदरनगर | 60 |
| मानगो | 113 |
| घाटशिला | 20 |
| वेटनरी सर्जन अस्पताल | 96 |
| आन कॉल | 95 |
| पेट क्लीनिक | 182 |
| कुल योग | 901 |

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