Air Travel Fare Hike: हवाई सफर हुआ महंगा, अब हर सुविधा की अलग से देनी पड़ती है कीमत; यात्रियों की जेब पर पड़ेगा असर
पिछले कुछ वर्षों में हवाई यात्रा अब सिर्फ सुविधा नहीं बल्कि एक महंगी जरूरत बन गई है। एयरलाइंस अब सीट चुनने बैगेज चेक-इन और भोजन जैसी सेवाओं पर अतिरिक्त शुल्क वसूल रही हैं। अमेरिका में गर्मी की छुट्टियों के दौरान उड़ानों की संख्या कम होने से किराए बढ़ने के आसार हैं। साउथवेस्ट एयरलाइंस ने भी फ्री बैगेज पॉलिसी खत्म कर दी है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीते एक-डेढ़ दशक में एविएशन इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव आया है। पहले हवाई यात्रा एक लग्जरी मानी जाती थी, लेकिन अब यह एक जरूरत बन गई है। यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन एयरलाइंस का मुनाफा कम हो रहा है।
बढ़ती लागत के कारण वे अब यात्रियों से अलग-अलग सेवाओं के लिए अतिरिक्त शुल्क वसूल रही हैं। पहले जो सुविधाएं बेस किराए में शामिल होती थीं, अब उनके लिए अलग से पैसे देने पड़ते हैं। इस प्रक्रिया को 'निकल एंड डाइम' कहा जाता है, जिसमें छोटी-छोटी चीजों के लिए शुल्क लगाया जाता है।
मनपसंद सीट और बैगेज पर भी लगने लगा अतिरिक्त शुल्क
अब एयरलाइंस यात्रियों से सीट चुनने के लिए अतिरिक्त शुल्क वसूल रही हैं। पहले हवाई यात्रा में भोजन मुफ्त होता था, लेकिन अब लंबी दूरी की उड़ानों में भी इसके लिए भुगतान करना पड़ता है। तय सीमा से अधिक वजन के बैगेज पर शुल्क लिया जा रहा है, और अब तो बैगेज चेक-इन भी मुफ्त नहीं रहा। इसके अलावा, कई एयरलाइंस अपने लॉयल्टी प्रोग्राम्स और बिजनेस क्लास यात्रियों को कुछ सुविधाएं दे रही हैं, जबकि इकोनॉमी क्लास यात्रियों को हर छोटी सेवा के लिए अलग से भुगतान करना पड़ रहा है।
गर्मी की छुट्टियों में किराए बढ़ाने की तैयारी
अमेरिका में कई एयरलाइंस ने गर्मी की छुट्टियों के दौरान उड़ानें बढ़ाने के बजाय उनकी संख्या घटाने का फैसला किया है। इसका मतलब यह है कि जो उड़ानें संचालित होंगी, वे अधिक महंगी होंगी और उनमें यात्रियों की भीड़ अधिक होगी। जब गर्मियों में यात्री छुट्टियों के लिए यात्रा करेंगे, तो बुकिंग के लिए कम विकल्प होने से एयरलाइंस ऊंचे किराए वसूलेंगी। साथ ही, कई मुफ्त सेवाओं को भी सीमित किया जा रहा है।
साउथवेस्ट एयरलाइंस ने भी मुफ्त बैग चेक-इन बंद किया
बजट एयरलाइन साउथवेस्ट, जो अब तक मुफ्त बैग चेक-इन की सुविधा देती थी, ने इसे खत्म करने का ऐलान किया है। मई के अंत से, यह सुविधा केवल 'ए-लिस्ट' लॉयल्टी प्रोग्राम के सदस्यों, ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड धारकों और बिजनेस क्लास यात्रियों तक सीमित होगी। कोविड-19 के दौरान यात्रियों की संख्या कम होने पर एयरलाइंस ने कई मुफ्त सुविधाएं दी थीं, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। अब एयरलाइंस वे सभी शुल्क वसूल रही हैं, जो पहले किराए का हिस्सा होते थे।

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