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    'दुनिया के लीडर्स सीखें...' ट्रंप से पीएम मोदी की बातचीत पर गदगद अमेरिकी मीडिया; कहा- ये मास्टरक्लास है

    Updated: Fri, 14 Feb 2025 09:55 PM (IST)

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी के अमेरिका विजिट के दौरान गर्मजोशी से स्वागत किया। पीएम मोदी के दौरे पर देश-दुनिया की नजर थी। अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन ने ट्रंप से पीएम मोदी की बातचीत को दुनिया के लिए मास्टरक्लास बताया। सीएनएन पत्रकार विल रीप्ले ने कहा कि दुनिया के दूसरे लीडर्स को सीखना चाहिए कि ट्रंप के साथ बातचीत कैसे करनी है।

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    दो दिन के अमेरिका दौरे पर पहुंचे थे पीएम मोदी (फोटो: जागरण)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पीएम मोदी जब दो दिन के अमेरिका दौरे पर पहुंचे, तो भारत समेत दुनियाभर के मीडिया की नजर इस पर थी। अमेरिकी मीडिया में खास तौर पर इस दौरे की चर्चा थी।

    अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन ने तो पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई चर्चा को दुनिया के अन्य राष्ट्राध्यक्षों के लिए मास्टरक्लास बता दिया। सीएनएन के इंटरनेशनल मामलों को कवर करने वाले सीनियर पत्रकार विल रीप्ले ने पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर हो रहे ब्रॉडकास्ट के दौरान यह बात कही।

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    इंटरनेशनल मामले कवर करते हैं विल रीप्ले

    पत्रकार विल ने ब्रॉडकास्ट के दौरान कहा, 'मुझे लगता है कि हमले अब देख लिया है। पहले जापान के प्रधानमंत्री इशिबा की ट्रंप के साथ काफी पॉजिटिव मीटिंग और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ट्रंप के साथ बेहद पॉजिटव मीटिंग हुई।'

    पीएम मोदी को ये मालूम था या उन्हें उम्मीद थी कि राष्ट्रपति ट्रंप रेसीप्रोकल टैरिफ की घोषणा कर सकते हैं। अगर मोदी इस पर कोई महत्वपूर्ण कदम उठाए बिना वापस भारत जाते, तो उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता। लेकिन मीटिंग के अंत में उन्होंने दोनों पक्षों के लिए निश्चित तौर पर बेस्ट पॉसिबल आउटकम की घोषणा की।

    - विल रीप्ले

    विल ने कहा, 'ये दुनियाभर के दूसरे लीडर्स के लिए एक मास्टरक्लास है। ये जानने के लिए कि राष्ट्रपति ट्रंप के साथ नेगोसिएशन कैसे करनी है।'

    अमेरिका दौरे से भारत को क्या मिला?

    पीएम मोदी के दौरे में भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड एवं टेक्नोलॉजी, डिफेंस और सिक्योरिटी, एनर्जी और दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों सहित कई विषयों पर चर्चा हुई। अमेरिका ने भारत के साथ व्यापार बढ़ाने पर जोर दिया और दोनों देशों के बीच 2030 तक व्यापार बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर करने का लक्ष्य तय किया गया है।

    न्यूक्लियर एनर्जी क्षेत्र में स्मॉल मॉड्यूलर के लिए अमेरिका भारत को मदद करेगा। अमेरिका ने अपना लेटेस्ट एफ35 फाइटर जेट मुहैया कराने को भी कहा है। साथ ही मुंबई हमले के मास्टमाइंड में से एक तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण, क्वाड को सक्रिय करने और डिफेंस कॉपरेशन फ्रेमवर्क तैयार करने पर भी सहमति बनी है।

    रेसीप्रोकल टैरिफ का किया है एलान

    • बता दें कि गुरुवार को पीएम मोदी से मुलाकात के कुछ घंटे पहले ही डोनाल्ड ट्रंप ने रेसीप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, लेकिन ये ड्यूटी तत्काल प्रभाव से लागू नहीं होगी। ट्रंप ने एक वक्त भारत को सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाला देश बताया था।
    • रेसीप्रोकल टैक्स के एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन करने वक्त भी ट्रंप ने भारत का जिक्र किया। ट्रंप ने कहा, 'कुछ छोटे देश हैं, जो ज्यादा चार्ज लगाते हैं, लेकिन भारत जबरदस्त टैरिफ वसूलता है। मुझे याद है कि हार्ले डेविडसन भारत में अपनी मोटरबाइक नहीं बेच पा रही थी, क्योंकि टैक्स बहुत अधिक था। मुझे लगता है कि उन्हें टैरिफ से बचने के लिए भारत में फैक्ट्री लगानी पड़ी थी।'
    • इस महीने की शुरुआत में डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको और कनाडा पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने का एलान किया था। साथ ही उन्होंने चीन पर भी 10 फीसदी टैरिफ बढ़ाया था। हालांकि कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ एक महीने के लिए रोक दिया गया है।

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