कौन से स्कैंडल में फंसी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, अमेरिका के खिलाफ चीन का दिया साथ; जांच में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य
हार्वर्ड विश्वविद्यालय एक स्कैंडल का सामना कर रहा है जहां उस पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के नियंत्रण वाली संस्थाओं के साथ साझेदारी करने का आरोप है। अमेरिकी कांग्रेस की जांच में पाया गया कि हार्वर्ड ने एक दशक से अधिक समय तक सीसीपी के नियंत्रण वाली संस्थाओं के साथ संबंध बनाए रखे जिससे भविष्य के सीसीपी नेतृत्व के प्रशिक्षण में सहायता मिली।

वॉशिंगटन, एएनआई। अकादमिक उत्कृष्टता और बौद्धिक स्वतंत्रता का प्रतीक माना जाने वाला हार्वर्ड विश्वविद्यालय एक स्कैंडल का सामना कर रहा है जो इसकी प्रतिष्ठा और अखंडता को खतरे में डाल सकता है।
अमेरिकी कांग्रेस की जांच में पता चला है कि इस संस्थान ने एक दशक से अधिक समय तक चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के नियंत्रण में आने वाले संस्थाओं के साथ औपचारिक साझेदारी बनाए रखी। आलोचकों का कहना है कि ये संबंध भविष्य के सीसीपी नेतृत्व के प्रशिक्षण में सीधे सहायता प्रदान करते हैं।
हार्वर्ड पर क्या लगा है आरोप?
ये जानकारी तब सामने आई है जब हार्वर्ड पहले से ही ट्रंप प्रशासन के निशाने पर है। प्रतिनिधि जान मूलेनार, टिम वालबर्ग और एलिस स्टेफनिक ने हार्वर्ड पर सीसीपी के केंद्रीय संगठन विभाग के नियंत्रण में संगठनों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग का आरोप लगाया। यह विभाग शी चिनफिंग के विचार के साथ अधिकारियों को प्रेरित करने और चीन के सत्तावादी शासन के भीतर प्रमुख पदों के लिए नेताओं का चयन करने के लिए जिम्मेदार है।
क्या है चिंता की बात?
विशेष चिंता का विषय सीसीपी की ओर से नियंत्रित संस्था चीनी कार्यकारी नेतृत्व अकादमी पुडोंग के साथ हार्वर्ड कैनेडी स्कूल का दीर्घकालिक सहयोग है। व्हिसिलब्लोअर की गवाही से संकेत मिलता है कि चीन की पार्टी और सरकारी संस्थानों के कैडरों को उनके आधिकारिक प्रशिक्षण के हिस्से के रूप में हार्वर्ड भेजा गया था, जिससे अमेरिकी धरती पर विदेशी प्रभाव के बारे में ¨चता बढ़ गई थी।
मूलेनार ने कहा, ''अपने भविष्य के नेताओं को प्रशिक्षित करने के लिए सीसीपी-नियंत्रित स्कूल के साथ हार्वर्ड की औपचारिक साझेदारी अमेरिकी संस्थानों में सीसीपी के प्रभाव के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा करती है।'' ''हम पारदर्शिता सुनिश्चित करने और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए इन रिश्तों की पूरी सीमा को उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।''
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