'जल्द सुलझेगा टैरिफ विवाद, क्वाड के लिए ट्रंप आ सकते हैं भारत', अमेरिकी राजदूत गोर ने दिए संकेत
भारत और अमेरिका के बीच संबंधों के सुधरने के संकेत मिलने लगे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम नरेन्द्र मोदी के बीच सौहार्दपूर्ण ट्वीट के आदान प्रदान के बाद भारत में अमेरिका के राजदूत नामित किए गए सर्गियो गोर ने दावा किया कि टैरिफ के मामले पर भारत और अमेरिका के बीच बहुत ज्यादा मतभेद नहीं है। दोनों देश इस मुद्दे पर समझौते के बेहद करीब हैं।

पीटीआई, वाशिंगटन। भारत और अमेरिका के बीच संबंधों के सुधरने के संकेत मिलने लगे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम नरेन्द्र मोदी के बीच सौहार्दपूर्ण ट्वीट के आदान प्रदान के बाद भारत में अमेरिका के राजदूत नामित किए गए सर्गियो गोर ने दावा किया कि टैरिफ के मामले पर भारत और अमेरिका के बीच बहुत ज्यादा मतभेद नहीं है। दोनों देश इस मुद्दे पर समझौते के बेहद करीब हैं।
कुछ हफ्तों में इन मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा
गोर ने उम्मीद जताई कि अगले कुछ हफ्तों में इन मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा। गौरतलब है कि बीते मंगलवार को ट्रंप ने कहा था कि उनका प्रशासन भारत के साथ व्यापार बाधाओं को सुलझाने के लिए बातचीत के बिंदु तैयार कर रहा है।
सीनेट की विदेश मामलों की समिति के सामने अपने कन्फर्मेशन के लिए पेश हुए सर्गियो गोर ने ये भी दावा किया कि राष्ट्रपति ट्रंप क्वाड देशों के नेताओं से मिलने और संगठन को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हालांकि उन्होंने सटीक तारीख का उल्लेख नहीं किया।
गोर युवा अमेरिकी राजदूत होंगे
गौरतलब है कि क्वाड देशों, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका की नवंबर में भारत में शिखर सम्मेलन प्रस्तावित है, जिसमें राष्ट्रपति ट्रंप के शामिल होने पर ऊहापोह कायम है। टैरिफ मुद्दे पर बिगड़े संबंधों के मद्देनजर ट्रंप का भारत आना रद माना जा रहा था।
पिछले महीने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति कार्मिक कार्यालय के निदेशक रहे सर्गियो गोर को प्रोन्नत करते हुए भारत का राजदूत और दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों का राजनयिक नियुक्त किया था। गोर की नियुक्ति पर मुहर लगी तो 38 साल के गोर भारत में अब तक के सबसे युवा अमेरिकी राजदूत होंगे।
अमेरिका-भारत संबंध दुनिया में सबसे ऊपर: रूबियो
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा है कि भारत और अमेरिका के संबंध दुनिया में सबसे ऊंचे स्तर के हैं और ये दोनों देश ही तय करेंगे कि भविष्य की दुनिया कैसी हो। ऐसे में ये संबंध विलक्षण बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं।
रूबियो ने भारत में अमेरिका के राजदूत नामित किए गए सर्गियो गोर का सीनेट की विदेश मामलों की समिति से परिचय कराते हुए ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि वह गोर को काफी लंबे समय से जानते हैं। रूबियो ने कहा कि 21वीं सदी की कहानी इंडो-पैसिफिक तरीके से लिखी जाएगी। दरअसल, हमारे संबंध इस कदर महत्वपूर्ण हैं कि हमने लड़ाकू कमान का नाम ही हिंद-प्रशांत रख दिया है, जबकि भारत इसके केंद्र में है।
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