Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'विदेशी कंपनियां अमेरिका में बढ़ा रही बीफ की कीमतें', ट्रंप ने दिया जांच का आदेश

    Updated: Sat, 08 Nov 2025 10:10 AM (IST)

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कहा कि विदेशी कंपनियां अवैध रूप से कीमतें बढ़ा रही हैं और अमेरिकी रैंचरों को दोषी ठहरा रही हैं। उन्होंने देश की खाद्य आपूर्ति को खतरे में डालने का भी आरोप लगाया है और न्यायिक जांच का आदेश दिया।

    Hero Image

    विदेशी कंपनियां अमेरिका में बढ़ा रही बीफ की कीमतें: ट्रंप (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने गोमांस की बढ़ती कीमतों को लेकर विदेशी स्वामित्व वाले मांस पैकर्स को जिम्मेदार ठहराया है। ट्रंप ने बीफ की बढ़ती कीमतों को लेकर न्याय विभाग से तत्काल जांच शुरू करने को कहा है। उन्होंने कहा कि विदेशी स्वामित्व वाली कंपनियां कीमतें कृत्रिम रूप से बढ़ा रही हैं और अमेरिकी रैंचरों को दोषी ठहराया जा रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दरअसल, ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट में बिना कंपनियों का नाम लिए कहा, 'मैंने DOJ से मांस पैकिंग कंपनियों पर तत्काल जांच शुरू करने को कहा है, जो अवैध साठगांठ, मूल्य निर्धारण और हेरफेर के जरिए गोमांस की कीमतें बढ़ा रही हैं।' हालांकि ट्रंप ने किसी कंपनी का नाम नहीं लिया। लेकिन इस बात पर जोर दिया कि विदेशी स्वामित्व वाली कंपनियां कीमतें कृत्रिम रूप से बढ़ा रही हैं और देश की खाद्य आपूर्ति की सुरक्षा को खतरे में डाल रही हैं। जिसका आरोप अमेरिकी रैंचरों पर लगाया जा रहा है।

    रिकार्ड स्तर पर कीमतें

    बता दें कि बीते कुछ दशकों में सबसे कम पशुधन उत्पादन के कारण अमेरिका में बीफ की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। बीफ के प्रमुख निर्यातक ब्राजील पर ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ ने भी आयात पर अंकुश लगाया है, जबकि बीफ की मांग मजबूत बनी हुई है। कीमतों के बावजूद, ऐसा लगता है कि उपभोक्ता अपने स्टेक और हैमबर्गर की जगह चिकन या पोर्क नहीं खरीद रहे हैं।

    अमेरिका के बीफ बाजार में चार प्रमुख मांस पैकिंग कंपनियों का दबदबा है। ब्राजील स्थित जेबीएस, अमेरिका का सबसे बड़ा बीफ उत्पादक और पोल्ट्री व पोर्क का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। इसकी वार्षिक आय का आधा हिस्सा अमेरिका से आता है, जहां इसके 72,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं।


    हार के बाद ट्रंप की घोषणा

    गौरतलब है कि अमेरिकरी राष्ट्रपति ट्रंप ने यह घोषणा ऐसे समय में किया है, जबकि उनकी पार्टी को न्यूयॉर्क में हार का सामना करना पड़ा। क्योंकि इस चुनाव में विजयी डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों ने जीवन-यापन की लागत के बारे में जनता की चिंताओं पर लगातार ध्यान केंद्रित किया था। इससे पहले राष्ट्रपति चुनाव के दौरान कमला हैरिस जिन्हें ट्रंप ने पुनः चुनाव जीतकर हराया था, ने अपने अभियान के दौरान खाद्य उत्पादकों और प्रमुख सुपरमार्केट द्वारा "कीमतों की मनमानी" पर नकेल कसने का संकल्प लिया था।

     यह भी पढ़ें- डायबिटीज, मोटापा या गंभीर बीमारी वाले लोगों को US में नहीं मिलेगी एंट्री! ट्रंप ने दिया बड़ा आदेश