नाइजीरिया में ईसाइयों की हत्या से भड़के ट्रंप, सेना उतारने का किया एलान; क्या है मामला?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाइजीरिया में ईसाइयों की हत्याओं पर चिंता व्यक्त करते हुए सेना भेजने की बात कही है। नाइजीरिया में बोको हराम जैसे आतंकी संगठन ईसाइयों को निशाना बना रहे हैं, जिसके चलते अमेरिका हस्तक्षेप कर सकता है। नाइजीरिया सरकार ने अमेरिका के सहयोग का स्वागत किया है, लेकिन संप्रभुता का सम्मान करने का आग्रह किया है।

अमेरिका वहां पर जल्द हवाई या जमीनी हमले कर सकता है (फोटो: रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नाइजीरिया में ईसाइयों की हत्या कर रहे इस्लामिक आतंकी संगठनों के सफाए के लिए अमेरिका वहां पर जल्द हवाई या जमीनी हमले कर सकता है। यह बात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कही है।
उन्होंने रविवार को अमेरिकी रक्षा मंत्रालय को नाइजीरिया में कार्रवाई के लिए तैयार रहने के लिए कहा था। नाइजीरियाई सरकार ने ट्रंप के बयान का स्वागत किया है लेकिन देश की संप्रभुता के सम्मान का भी अनुरोध किया है।
2019 से हो रही ईसाई समुदाय के लोगों की हत्या
नाइजीरिया में बोको हराम समेत कई इस्लामिक संगठन सक्रिय हैं जो 2019 से वहां पर ईसाई समुदाय के लोगों की हत्या कर रहे हैं। चालू वर्ष के सात महीनों में ही सात हजार से ज्यादा ईसाई लोग मारे जा चुके हैं। ईसाइयों के कई संगठनों ने अमेरिका से अल्पसंख्यकों के सफाए की मुहिम को रोकने के लिए हस्तक्षेप की मांग की है।
इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने पेंटागन को त्वरित कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा। माना जा रहा है कि अफ्रीका के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में यह कार्रवाई बहुत जल्द हो सकती है। पत्रकारों के सवालों के जवाब में ट्रंप ने कहा कि सेना नाइजीरिया में सैनिक तैनात कर सकती है या हवाई हमले कर सकती है, स्थिति को सामान्य बनाने के लिए उसे जो करना होगा-वह करेगी।
ट्रंप ने इस मसले पर इससे ज्यादा विवरण देने से इन्कार कर दिया। ट्रंप के बयान की प्रतिक्रिया में नाइजीरिया के राष्ट्रपति के सलाहकार डैनियल बीवाला ने कहा है कि आतंकी संगठनों पर कार्रवाई में नाइजीरिया की सरकार अमेरिका को पूरा सहयोग देगी लेकिन उसे हमारा संप्रभुता का सम्मान करना होगा।
(न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)

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