'मैंने उन्हें समझा दिया, लेकिन', टैरिफ के सवाल पर भड़के ट्रंप; बाद में खुद दी सफाई
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ के मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया के कारण चर्चा में रहे। पहले उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ लोगों को समझा दिया है, लेकिन बाद में खुद ही सफाई दी। टैरिफ को लेकर ट्रंप का रवैया हमेशा से ही सुर्खियों में रहा है, और उनके बयानों में अक्सर विरोधाभास देखने को मिलता है।

ट्रंप का टैरिफ पर विवादास्पद बयान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि उनकी आवाज ट्रेड और टैरिफ पर मूर्खतापूर्ण व्यवहार करने वाले लोगों पर चिल्लाने की वजह से कर्कश हो गई थी।
ओवल ऑफिस के एक कार्यक्रम में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने स्वीकार किया कि वह अपनी बात ठीक से नहीं कह पा रहे थे। ट्रंप ने बताया कि एक ऐसे देश (जिसका उन्होंने नाम नहीं लिया) से जुड़े व्यापार मुद्दों पर बहस करते हुए उनका गुस्सा फूट पड़ा था।
ट्रंप का टैरिफ पर विवादास्पद बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। मैं लोगों पर चिल्ला रहा था क्योंकि वे व्यापार और देश से जुड़ी किसी बात पर बेवकूफी कर रहे थे, और मैंने उन्हें समझा दिया, लेकिन इन लोगों पर मेरा गुस्सा फूट पड़ा।'
ट्रंप ने आगे कहा कि एक देश ने अपने व्यापार समझौते पर फिर से बातचीत करने की कोशिश की थी, जिससे उन्हें निराशा हुई, लेकिन उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि वह किस देश की बात कर रहे थे। ट्रंप ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें इसका खुलासा करने का कोई कारण नहीं दिखता।
बाद में ट्रंप द्वारा दी गई सफाई
अपने दूसरे कार्यकाल में, ट्रंप ने अपने आर्थिक एजेंडे को घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से व्यापक आयात शुल्कों पर केंद्रित किया है। लेकिन अब इस नीति के सामने एक बड़ी बाधा है, क्योंकि सर्वोच्च न्यायालय इस बात पर फैसला सुनाने की तैयारी कर रहा है कि क्या इन शुल्कों को लगाने के लिए आपातकालीन शक्तियों का उनका इस्तेमाल वैध है।
संयुक्त राज्य अमेरिका में बढ़ती लागतों को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच, ट्रंप ने पिछले हफ्ते कृषि उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला को अपने पारस्परिक शुल्कों से छूट देने का प्रस्ताव रखा। इन छूटों में गोमांस, कॉफी, चॉकलेट, केले, टमाटर, संतरे और कई अन्य वस्तुएं शामिल हैं।
टैरिफ को लेकर ट्रंप का रुख
अमेरिका वर्तमान में कई देशों के साथ व्यापार पर बातचीत कर रहा है। इसमें दक्षिण पूर्व एशियाई और लैटिन अमेरिकी देशों के एक समूह के साथ व्यापार समझौते या रूपरेखाएं शामिल हैं। इन बातचीत के अलावा, अमेरिका के कई देशों के साथ 20 व्यापक मुक्त व्यापार समझौते पहले से ही लागू हैं।
भारत और अमेरिका एक व्यापार समझौते पर भी काम कर रहे हैं, जिसके छह दौर की बातचीत पहले ही पूरी हो चुकी हैं। इस बीच, ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के बावजूद, अक्टूबर में भारत का अमेरिका को निर्यात सितंबर की तुलना में बढ़ा।
ट्रंप ने अगस्त में 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया था, जिसमें रूस से भारत के कच्चे तेल के आयात पर 25 प्रतिशत का जुर्माना भी शामिल था। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को भी भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के जल्द ही संपन्न होने का संकेत देते हुए कहा कि एक बार "निष्पक्ष, न्यायसंगत और संतुलित" समझौता हो जाने पर, देश "अच्छी खबर" की उम्मीद कर सकता है।

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