'ट्रंप ने ट्रेड को बनाया ढाल', अमेरिका ने एक बार फिर दोहराया भारत-पाक संघर्ष खत्म कराने का झूठा दावा
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शांति समझौतों पर गर्व है। उन्होंने भारत-पाकिस्तान संघर्ष को खत्म करने के लिए ट्रेड का इस्तेमाल किया। ट्रंप को अजरबैजान और अर्मेनियाई नेताओं के साथ शांति समझौते में मदद करने में खुशी हुई। अब राष्ट्रपति ट्रंप का ध्यान रूस और यूक्रेन के युद्ध को खत्म करने पर है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मंगलवार (स्थानीय समय) को ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान संघर्ष में शांति स्थापित करने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के किए गए झूठे दावे को फिर से दोहराया।
लेविट ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि ट्रंप को शांति समझौतों पर गर्व है और उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान संघर्ष को खत्म करने के लिए ट्रेड का इस्तेमाल किया।
'दुनिया में शांति बहाल करने पर ट्रंप को गर्व'
उन्होंने कहा, "भारत-पाकिस्तान संघर्ष को खत्म करने के लिए उन्होंने (ट्रंप ने) ट्रेड को पावरफुल तरीके से इस्तेमाल किया। इसलिए मुझे पता है कि उन्हें सभी उपलब्धियों पर गर्व है और मैं जानती हूं कि यूएसए के राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने और दुनिया भर में शांति बहाल करने पर उन्हें गर्व है।"
उन्होंने कहा कि ट्रंप को व्हाइट हाउस में अजरबैजान और अर्मेनियाई नेताओं के साथ शांति समझौते में उनकी मदद करने में खुशी हुई। लेविट ने कहा, "मुझे लगता है कि उन्हें उन सभी शांति समझौतों पर गर्व है जो उन्होंने हासिल किए। कुछ हफ्ते पहले आर्मेनिया और अजरबैजान के चीफ व्हाइट हाउस में थे। डोनाल्ड ट्रंप को उस संघर्ष को खत्म करने में मदद करना अच्छा लगा। उन्होंने रवांडा और कांगो के दशकों से चल रहे युद्ध को खत्म करने के बारे में बात करके अच्छा लगा।"
'अब रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म कराना है मकसद'
कैरोलिन लेविट ने आगे कहा, "वास्तव में दुनिया भर में कई (संघर्ष) हैं। विदेश विभाग के सचिव रुबियो के नेतृत्व में चौबीसों घंटे काम हो रहा है। अब राष्ट्रपति ट्रंप का ध्यान रूस और यूक्रेन के युद्ध को खत्म करने पर है और वो इसके लिए काफी समय दे रहे हैं। निश्चित रूप से इसी तरह से वो इजरायल और गाजा के संघर्ष को भी वो खत्म होता देखना चाहते हैं।"
(न्यूज एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)
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