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    संयुक्त राष्ट्र ने गाजा सिटी को अकालग्रस्त किया घोषित, इजरायल ने रिपोर्ट को बताया गलत

    गाजा सिटी जिस पर इजरायली सेना हमले की तैयारी में है दाने-दाने को मोहताज है। संयुक्त राष्ट्र ने इसे अकालग्रस्त घोषित किया है जहाँ भुखमरी बढ़ रही है और लोग मर रहे हैं। महासचिव गुटेरस ने इसे मानवजनित आपदा कहा है। इजरायल ने रिपोर्ट को गलत बताया है। गाजा की 90% आबादी विस्थापित है 20% भोजन की कमी से जूझ रही है।

    By Digital Desk Edited By: Prince Gourh Updated: Fri, 22 Aug 2025 11:07 PM (IST)
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    इजरायली हमले के बीच संयुक्त राष्ट्र ने घोषित की आपदा (फोटो सोर्स- रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जिस गाजा सिटी पर इजरायली सेना जमीनी हमले के लिए तैयार है उसे रणनीति के तहत दाने-दाने के लिए पहले ही मोहताज किया जा चुका है। गाजा पट्टी के इस सबसे बड़े शहर पर पिछले कई दिनों से बमबारी और टैंकों से गोलाबारी भी हो रही है।

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    संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार को आधिकारिक रूप से गाजा सिटी को अकालग्रस्त घोषित कर दिया। कहा कि गाजा में भुखमरी का दायरा बढ़ता जा रहा है। लगभग रोज लोग भूख से मर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने इसे मानवजनित आपदा करार दिया है।

    इजरायल ने UN की रिपोर्ट को बताया गलत

    इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट को गलत और हमास की सूचना पर आधारित बताया है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार गाजा सिटी और उसके आसपास रहने वाले 5,14,000 लोग अकालग्रस्त हैं, उन्हें खाना नहीं मिल पा रहा है। सितंबर के अंत तक यह संख्या बढ़कर 6,41,000 हो जाएगी।

    गाजा सिटी के बाद दूसरे बड़े शहर खान यूनिस और दीर अल-बलाह में अकाल का खतरा है। विदित हो कि गाजा पट्टी की कुल आबादी करीब 22 लाख है। गाजा पट्टी को इजरायली सेना ने अक्टूबर 2023 से घेर रखा है और करीब छह महीने से वहां पर खाद्य सामग्री और अन्य जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति बाधित है।

    क्या कहा गया है रिपोर्ट में?

    इस समय वहां के लोग इजरायली सेना और हमास के बीच पिस रहे हैं। लड़ाई के चलते गाजा की 90 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो चुकी है। विश्व इतिहास में पहली बार संयुक्त राष्ट्र को अफ्रीका महाद्वीप से बाहर अकाल की स्थिति मिली है।

    रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा की 20 प्रतिशत आबादी भोजन की अत्यधिक कमी के बीच जी रही है। जबकि प्रतिदिन 10 हजार में दो लोग भूख या भूखजनित बीमारी से मर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार एजेंसी के प्रमुख वाकर तुर्क ने युद्ध के दौरान घेराबंदी से होने वाली मौतों को युद्ध अपराध बताया है।

    'हमास ने हथियार न डाले तो गाजा सिटी नष्ट होगी'

    इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा है कि हमास ने हमारी शर्तें नहीं मानीं तो गाजा सिटी को नष्ट कर दिया जाएगा। कहा, गाजा सिटी का हाल भी रफाह और बीत हानून शहरों जैसा होगा जो युद्ध में खंडहर में तब्दील हो गए हैं।

    काट्ज का यह बयान इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें कहा गया है कि गाजा सिटी पर अभियान के लिए सेना को आदेश दिए जा चुके हैं, यह अभियान कभी भी शुरू हो सकता है।

    मारे गए 17 लोग

    काट्ज ने हमास से अविलंब हथियार डालकर सभी बंधकों को रिहा करने के लिए कहा है। कहा कि हमास की गाजा में अब कोई भूमिका नहीं होगी। शुक्रवार को गाजा सिटी के नजदीक स्थित शेख रदवान के एक स्कूल भवन पर हवाई हमले में 17 लोग मारे गए हैं। ये लोग स्कूल में शरण लिए हुए थे।

    (समाचार एजेंसी Reuters के इनुपट के साथ)