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    हमास 20 बंधकों को कल करेगा रिहा, इजरायल ने फिर दी चेतावनी

    Updated: Sat, 11 Oct 2025 10:18 PM (IST)

    गाजा पट्टी में विस्थापित फलस्तीनी अपने घरों को लौट रहे हैं, लेकिन इजरायली बमबारी से अधिकांश इमारतें ध्वस्त हो चुकी हैं। बंधकों की रिहाई के समझौते के बावजूद, गाजा की सत्ता कौन संभालेगा और हमास हथियार छोड़ेगा या नहीं, इस पर गतिरोध बना हुआ है। इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने हमास द्वारा हथियार न छोड़ने पर फिर से हमले की चेतावनी दी है।

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    हमास 20 बंधकों को कल करेगा रिहा (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गाजा पट्टी में जान बचाने के लिए विस्थापित हुए फलस्तीनियों की घर वापसी जारी है। लेकिन उनमें से बहुत कम लोगों को अपने घर रहने लायक मिल रहे हैं। क्षेत्र के ज्यादातर निर्माण दो वर्ष की इजरायली बमबारी और गोलाबारी में ध्वस्त हो चुके हैं।

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    इजरायली हमले में बहुमंजिली इमारत तो शायद कोई नहीं बची है। इजरायल और हमास के बीच हुए समझौते के तहत 20 जीवित बंधकों की रिहाई 72 घंटे के भीतर सोमवार को हो सकती है। यह यक्ष प्रश्न अभी भी बरकरार है कि समझौते के तहत गाजा की सत्ता कौन संभालेगा ? क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की शांति योजना के तहत हमास को हथियार छोड़ने हैं और गाजा पट्टी की सत्ता से हटना है।

    जबकि हमास ने कहा है कि वह फलस्तीनियों की भागीदारी वाली समिति को ही सत्ता और हथियार सौंपेगा। आशंका यह है कि हथियार छोड़ने के मसले पर ही हमास और इजरायल के बीच गतिरोध पैदा हो सकता है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू संकेत दे चुके हैं कि अगर हमास ने हथियार नहीं त्यागे तो गाजा में इजरायली हमले फिर शुरू हो सकते हैं।

    मार्च में भी तोड़ा था सीजफायर

    इससे पहले मार्च में भी इजरायल ने युद्धविराम तोड़ते हुए हमले शुरू किए थे। नेतन्याहू ने शांति योजना के अगले चरण को महत्वपूर्ण कहा है। इजरायली सेना ने भी कहा है कि योजना के तहत वह गाजा के करीब 50 प्रतिशत हिस्से पर अपना नियंत्रण बनाए रखेगी। दो वर्ष पूर्व हमास के इजरायल पर हमले के बाद गाजा पर शुरू हुए इजरायली हमलों में युद्धविराम तक 67 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।

    गाजा की 80 प्रतिशत भवन-मकान ध्वस्त या क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और इसके कारण करीब 90 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो चुकी थी। लेकिन अब लाखों लोग अपने मूल स्थान पर लौट आए हैं। ज्यादातर को घर की जगह पर मलबे का ढेर मिला है। इसलिए अनिश्चित भविष्य को लेकर आशंकाएं बरकरार हैं। इस बीच गाजा में राहत सामग्री पहुंचना शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि यह राहत सामग्री रविवार से लोगों को मिलने लगेगी।