रूस की मदद से 8 नए न्यूक्लियर प्लांट बनाएगा ईरान, दोनों देशों के बीच हुआ समझौता
ईरान रूस की मदद से आठ नए परमाणु ऊर्जा संयंत्र बनाएगा, जिसका उद्देश्य स्वच्छ और सतत ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाना है। इस संबंध में दोनों देशों के बीच एक समझौता हुआ है। ईरानी राष्ट्रपति ने 'शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम' और 'परमाणु हथियार न बनाने' की प्रतिबद्धता दोहराई है। ये संयंत्र ईरान को परमाणु ऊर्जा से 20,000 मेगावाट बिजली उत्पादन बढ़ाने में मदद करेंगे।

तेहरान अपनी स्वच्छ और सतत ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईरान के एटामिक एनर्जी आर्गनाइजेशन (एईओआई) के प्रमुख मोहम्मद इस्लामी ने घोषणा की है कि तेहरान अपनी स्वच्छ और सतत ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाने की कोशिशों के तहत रूस की मदद से आठ नए न्यूक्लियर पावर प्लांट बनाएगा। इसके लिए दोनों देशों के बीच एक समझौता हुआ है।
इस बीच, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने ''शांतिपूर्ण न्यूक्लियर प्रोग्राम'' और ''एटमी हथियार न बनाने'' की अपने देश की प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया है। ईरानी न्यूज आउटलेट 'तस्नीम' ने एईओआई प्रमुख के हवाले से कहा कि बुशहर में चार न्यूक्लियर पावर प्लांट और उत्तरी एवं दक्षिणी तटों पर चार अन्य प्लांट के संयुक्त निर्माण के लिए ईरान और रूस के बीच एक नया समझौता हुआ है।
क्लीन न्यूक्लियर एनर्जी का दावा
सरकार इनकी सही लोकेशन बाद में बताएगी। एईओआइ प्रमुख ने कहा कि ये प्लांट सतत ''क्लीन न्यूक्लियर एनर्जी'' की आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे और ईरान को न्यूक्लियर एनर्जी से 20,000 मेगावाट बिजली उत्पादन बढ़ाने में मदद करेंगे। रूसी सरकारी मीडिया तास ने मोहम्मद इस्लामी के हवाले से कहा कि ईरान के उत्तरी प्रांत गोलेस्तान में तट पर एक न्यूक्लियर पावर प्लांट का निर्माण शुरू हो गया है।
उन्होंने आगे कहा कि खुजेस्तान प्रांत में एक न्यूक्लियर पावर प्लांट का निर्माण पूरा करने की भी योजना है। उल्लेखनीय है कि ईरानी राष्ट्रपति पेजेश्कियन ने कल अपने देश की ''शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम'' और ''परमाणु हथियार न बनाने'' की प्रतिबद्धता को दोहराया था।
(न्यूज एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)

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