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    मिस्र में ट्रंप की पीस डील के गवाह बनेंगे 20 देश, इजरायल और हमास के हस्ताक्षर से गाजा में थमेगा बंदूकों का शोर

    Updated: Mon, 13 Oct 2025 06:00 AM (IST)

    मिस्र के शर्म अल शेख में गाजा में शांति के लिए पीस समिट का आयोजन हुआ, जिसमें 20 से अधिक देशों के नेता शामिल हुए। भारत की ओर से कीर्तिवर्धन सिंह ने भाग लिया। ट्रंप की पीस डील पर इजरायल सहमत है, पर हमास कुछ मुद्दों पर असहमत है, खासकर हथियार छोड़ने पर। हमास 20 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा, जिसके बदले इजरायल 2000 फलस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा। इस डील के बाद गाजा में शांति की उम्मीद है।

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    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप। (रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मिस्र के शर्म अल शेख में आज गाजा समेत पश्चिमी एशिया में शांति के उद्देश्य से पीस समिट (Peace Summit) का आयोजन किया गया है। इस समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप (President Donald Trump) सहित 20 देश से ज्यादा के नेता शामिल हो रहे हैं। भारत की ओर से केंद्रीय राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह (Kirti Vardhan Singh) इस समिट में भाग लेंगे।

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    ट्रंप की इस पीस डील को लेकर इजरायल (Israel) ने सहमति जताई है लेकिन हमास (Hamas) अभी भी कुछ बिंदुओं को लेकर असहमत है। हमास, गजा की सत्ता छोड़ने को तो तैयार है लेकिन हथियार छोड़ने का उसने विरोध किया है।

    इजरायली बंधकों को रिहा करेगा हमास

    मिस्र में आयोजित का जा रही इस पीस डील में हमास सोमवार दोपहर तक 20 जीवित इजरायली बंधकों (Israeli hostages) को रिहा कर देगा, हालांकि 28 बंधकों के शवों की वापसी में कुछ देर हो सकती है और इसके बदले में इजरायल करीब 2000 फलस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।

    पीस डील को लेकर ट्रंप बेहद उत्साहित

    इस पीस डीस के लेकर अगर सबसे ज्यादा कोई उत्साहित है, तो वह हैं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप। इसके लिए उन्होंने अपनी बेटी इवांका और दामाद जैरेड कुश्नर और विशेष दूत स्टीव विटकाफ को इजरायल भेजा है। विटकाफ ने शांति योजना को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने गाज का दौरा कर वहां के हालातों को देखा था।

    गाजा में थमेगा बंदूकों का शोर

    गाजा में अभी भी लोगों की वापसी का दौर चल रहा है। बीतों दो दिनों में लाखों लोग गाड़ियों से और पैदल चलकर अपने घरों कर पहुंच रहे हैं। लेकिन ऐसे कम ही लोग हैं जिन्हें अपने घर सही सलामक हालत में मिल रहे हैं।

    इजरायली हमलों में बर्बाद हुए घरों के लोगों को सालों तक अपनी जिंदगी टेंट में गुजारनी पड़ सकती है। इस सब बातों के बीच अच्छी बात ये है कि पीस डील पर साइन होने के बाद गाजा में बंदूकों का शोर थम जाएगा।

    (समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)

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