इंडोनेशिया में आंदोलन से डरे नेता बिल्लियों को घर छोड़कर भागे, लोग बोले- जो पालतू जानवरों के नहीं हुए वो...
इंडोनेशिया में हाल ही में हुए छात्र आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई राजनेताओं के घरों को निशाना बनाया। इन घरों में डरी-सहमी बिल्लियाँ पाई गईं जिन्हें नेता छोड़ कर भाग गए थे। सोशल मीडिया पर इन बिल्लियों की तस्वीरें वायरल हो रही हैं जिससे नेताओं की संवेदनहीनता पर सवाल उठ रहे हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडोनेसिया में पिछले दिनों में बड़ी मात्रा में छात्र आंदोलन और विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। इस दौरान राजधानी जकार्ता में छात्रों ने कई राजनेताओं के घरों को निशाना बनाया।
आंदोलन के दौरान इन राजनेताओं के घरों से जो तस्वीरें सामने आई हैं, वह सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल है। दरअसल, राजनेता भले घर छोड़कर भाग खड़े हुए हों, लेकिन घरों में डरी-सहमी बिल्लियों ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है। राजनेता अपनी बिल्लियों को छोड़कर भाग गए हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो
घर में डरी सहमी बिल्लियों की तस्वीरें इन दिनों सोशल मीडिया पर देखते ही देखते वायरल हो गई हैं। ये तस्वीरें देखते ही देखते ये देशभर में नेताओं की संवेदनहीनता का प्रतीक बन गईं। वहीं, लोगों ने सवाल खड़ा किया कि जो नेता अपनी बिल्लियों को नहीं संभाल सकते हैं, वह देश की जनता का क्या ध्यान रखेंगे।
राजनीतिक होते हैं पालतू जानवर
बताया जाता है कि इंडोनेशिया में बिल्लियां बेहद लोकप्रिय हैं। यहां पर बिल्लियों के सांस्कृतिक महत्व के अलावा, हाल की घटनाएं इंडोनेशिया में राजनीतिक छवि निर्माण की प्रकृति की भी जानकारी देती हैं। जानकारी के अनुसार, यहां पर अपनी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए इंडोनेशिया में कुछ नया नहीं है। इंडोनेशिया एक मुस्लिम बाहुल देश है, ऐसे में यहां पर बिल्लियों को लेकर काफी मान्यता है। चूंकि इस्लाम में बिल्लियों को ऊंचा दर्जा मिलने की वजह से भी यहां इनका महत्व ज्यादा है।
कौन है इन बिल्लियों का मालिक?
दावा किया जा रहा है कि इन बिल्लियों के मालिक नेशनल मैंडेट पार्टी के सांसद और सेलिब्रेटी उया कुआया और एको पत्रियो हैं। दोनों नेताओं पर आरोप लगाया गया है कि वे अपने पालतू जानवरों को छोड़कर भी भाग गए। हालांकि, इन दोनों नेताओं ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि लूटपाट के दौरान उन्हें अपनी बिल्लियों को साथ ले जाने का मौका ही नहीं मिला।
इंडोनेशिया में क्यों हुए प्रदर्शन?
गौरतलब है कि इंडोनेशिया में हाल के दिनों में प्रदर्शन सांसदों के भत्ते के बढ़ने के खिलाफ हुए। नेताओं की ऐशोआराम की जिंदगी को लेकर आम जनता के गुस्सा भड़का, जिसके बाद ये विरोध देखने को मिला। बताया जा रहा है कि वर्तमान में इंडोनेशिया में बेरोजगारी काफी बढ़ रही है। नेताओं की जिंदगी में आराम लोगों की आंखों में चुभ रही है। प्रदर्शनों के दौरान कई नेताओं के घरों में लूटपाट की घटनाएं सामने आई हैं। (समाचार एजेंसी पीटीआई के साथ)
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