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    पुलवामा से बालाकोट और अब दिल्ली धमाका, जैश की खुफिया साजिश उजागर; इटली की पत्रकार का बड़ा दावा

    Updated: Mon, 17 Nov 2025 07:32 PM (IST)

    इटली के पत्रकार फ्रांसेस्को मारिन ने दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके को जैश-ए-मोहम्मद की साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि जैश का उद्देश्य भारत पर हमला करना है। मारिनो ने यह भी खुलासा किया कि जैश महिला आत्मघाती दस्ते तैयार कर रहा है और पाकिस्तान उन्हें फिर से खड़ा कर रहा है। उन्होंने बालाकोट स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के कवर-अप का भी जिक्र किया।

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    पुलवामा से बालाकोट और अब दिल्ली धमाका जैश की खुफिया साजिश उजागर (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इटली की पत्रकार फ्रांसेस्को मारिन ने दिल्ली के रेड फोर्ट के पास हुए कार ब्लास्ट के एक बड़ी चेतावनी बताया है। उनका कहना है कि यह हमला अचानक नहीं हुआ, बल्कि जैश-ए-मोहम्मद (JeM) की कई साल पुरानी साजिश का हिस्सा है।

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    NDTV से बातचीत में उन्होंने साफ कहा कि जैश सिर्फ भारत पर हमला करने के लिए ही मौजूद है। उन्होंने कहा कि अगर वे लगातार हमले न करें तो उनका अस्तित्व और फंडिंग खतरे में पड़ जाती है।

    दिल्ली ब्लास्ट में किस विस्फोटक का हुआ था इस्तेमाल?

    मारिनो ने कहा कि 10 नवंबर को हुए ब्लास्ट TATP जैसे खतरनाक विस्फोटक से किया गया था। यही विस्फोटक यूरोप में कई बड़े आतंकी हमलों में इस्तेमाल हुआ था। इंटेलिजेंस इनपुट के मुताबिक, JeM की असली योजना 6 दिसंबर को किसी हिंदू धार्मिक स्थल पर हला करने की थी।

    यह तारीख बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी होने के कारण चुनी गई थी। मारिनो ने बताया कि जैश अब अपनी ताकत वापस बना रहा है और महिला आत्मघाती दस्ते तक तैयार कर चुका है, जिसमें मसूद अजहर की बहने भी शामिल बताई जाती हैं।

    बालाकोट स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की चाल

    मारिनो ने अपनी किताब 'From Pulwama to Payback' में बालाकोट स्ट्राइक का विस्तार से जिक्र किया है। उनका दावा है कि 2019 में भारतीय वायुसेना की स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने पूरे मामले को छिपाने के लिए बड़े पैमाने पर कवर-अप किया।

    उनके मुताबिक, एक विश्वसनीय प्रत्यक्षदर्शी ने उन्हें बताया था कि हमले की रात 35 शव बाहर निकाले जा रहे थे, लोगों के फोन जब्त कर लिए गए थे और इलाके को तुरंत सील कर दिया गया था। हालांकि, पाकिस्तान दुनिया के सामने लगातार कहता रहा कि भारत ने सिर्फ पेड़ गिराए, लेकिन मारिनो ने कहा कि इस्तेमाल किए गए बम वैसे ही होते हैं जिनसे बड़े गड्ढे नहीं बनते, इसलिए क्रेटर न होना कोई सबूत नहीं है।

    मारिनो ने बताया कि जैश का मूल गढ़ बहावलपुर में है, लेकिन बालाकोट उस समय का सबसे बड़ा प्रशिक्षण शिविर था। यहां पाकिस्तानी और अफगान लड़ाकों को भारत पर बड़े हमले के लिए तैयार किया जाता था। भारतीय एजेंसियों को कई महीनों से यहां असामान्य गतिविधि दिखाई दे रही थी।

    भारत के अटैक से जैश को हुआ था नुकसान

    पुलवामा हमला होने के बाद स्ट्राइक का फैसला लिया गया था, जो कई सालों की खुफिया तैयारी का हिस्सा था। उनका कहना है कि स्ट्राइक से जैश को नुकसान जरूर हुआ, लेकिन पाकिस्तान ने थोड़े ही समय बाद दोबारा उन्हें खड़ा करना शुरू कर दिया।

    मारिनो ने पाकिस्तान की मौजूदा सत्ता और सेना पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जनरल आसिम मुनीर पाकिस्तान के इतिहास के सबसे ज्यादा कट्टर सैन्य प्रमुख हैं और सेना-ISI दोनों की आतंकियों से पुरानी नजदीकी आज भी जारी है।

    उनके अनुसार, पाकिस्तान की सेना अपनी ताकत बनाए रखने के लिए हमेशा एक दुश्मन तैयार करती है और वह दुश्मन भारत को बनाया गया है। इसी वजह से जैश जैसे संगठन लगातार सक्रिय रहते हैं और भारत पर हमले करते हैं।

    क्या है मारिनो की किताब में?

    मारिनो ने कहा कि उनकी किताब सिर्फ सुरक्षा विशेषज्ञों के लिए नहीं, बल्कि आम भारतीयों के लिए भी है जो पुलवामा, बालाकोट और अब दिल्ली ब्लास्ट जैसे घटनाक्रमों के पीछे की सच्चाई समझना चाहते हैं। उनके अनुसार, यह किताब बताती है कि जैश कैसे चलता है, पाकिस्तान कैसे उसे सपोर्ट करता है और इन हमलों की योजना कैसे बनती है।

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