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    ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने की पाकिस्तान की मदद, भारतीय सैन्य अफसर ने खोली पोल तो क्या बोले PAK आर्मी चीफ आसिम मुनीर?

    Updated: Mon, 07 Jul 2025 09:28 PM (IST)

    ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया और उसकी सेना की मदद भी की। भारतीय सेना के एक अफसर के अनुसार चीन ने पाकिस्तान को लाइव इनपुट दिया। पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर ने किसी अन्य देश से मदद लेने से इनकार किया है। इस सैन्य कार्रवाई में भारतीय सेना ने कई आतंकियों को मार गिराया था जिससे पाकिस्तान बौखला गया था।

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    ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने की थी पाकिस्तान की मदद: भारत

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की कार्रवाई का चीन ने खुलकर समर्थन किया बल्कि उसने पाकिस्तान की सेना की मदद भी की। दरअसल, भारतीय सेना के डिप्टी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर. सिंह ने ने बताया कि जिस समय भारत ऑपरेशन सिंदूर चला रहा था, उस दौरान चीन की तरफ से पाकिस्तान को लाइव इनपुट उपलब्ध कराया जा रहा था।

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    हालांकि, पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर ने कहा है कि उसकी सेना ने किसी दूसरे देश की मदद नहीं ली है। यह जानकारी सही नहीं है। 'ऑपरेशन बन्यनम मारसूस' के दौरान पाकिस्तान की सेना ने किसी तीसरे देश की मदद नहीं ली। 

    आतंकियों के खिलाफ भारत ने चलाया था ऑपरेशन सिंदूर

    बता दें कि 22 अप्रैल को पाकिस्तान पोषित आतंकियों ने पहलगाम में 26 लोगों की जान ले ली थी। इसके बाद भारत ने आतंकियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई (ऑपरेशन सिंदूर) की शुरुआत की थी।

    सैन्य कार्रवाई के तहत भारतीय सेना ने गुलाम कश्मीर और पाकिस्तान में मौजूद 100 से ज्यादा आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था। आतंकियों के मारे जाने पर पाकिस्तान बौखला उठा था। इसके बाद 6-7 मई की रात को पाकिस्तान की ओर से भारत पर 100 से ज्यादा ड्रोन हमले किए गए। इसके बाद करीब चार दिनों तक दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष जारी रहा।

    डिप्टी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर. सिंह ने क्या कहा?

    जनरल राहुल सिंह के अनुसार, भारत-पाक के बीच चले चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान चीन ने पाकिस्तान को सैन्य तकनीकी मदद दी।

    उन्होंने कहा कि चीन ने भारतीय सेना की गतिविधियों पर निगरानी के लिए अपने उपग्रहों का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान को रियल टाइम इनपुट दिए. यहां तक कि भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच जब संघर्ष विराम पर बातचीत हो रही थी, तब भी चीन पाकिस्तान की सहायता कर रहा था।