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    '11 अरब डॉलर का हिसाब दो...', पाकिस्तान से नाराज हुए IMF ने खोल दी पोल

    Updated: Tue, 07 Oct 2025 09:05 AM (IST)

    पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था कर्ज पर चल रही है और IMF ने उसे अरबों डॉलर का कर्ज दिया है। हाल ही में IMF ने पाकिस्तान को फटकार लगाई है क्योंकि पाकिस्तान के द्वारा दिए गए ट्रेड डेटा में 11 बिलियन डॉलर का गोलमाल सामने आया है। IMF ने पाकिस्तान से इस पैसे का हिसाब-किताब माँगा है और पारदर्शिता बनाए रखने की सलाह दी है।

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    पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ। फाइल फोटो

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान का खस्ता हाल किसी से छिपा नहीं है। पूरे देश की अर्थव्यवस्था कर्ज पर चल रही है। वहीं, पाकिस्तान को कर्ज देने वालों की लिस्ट में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का नाम सबसे ऊपर है। IMF ने पाकिस्तान को अरबों डॉलर का कर्ज दिया है। मगर, अब पाकिस्तान की हरकतों की वजह से IMF भी उससे काफी नाराज है।

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    पाकिस्तान के द्वारा IMF को दिए गए ट्रेड डेटा में 11 बिलियन डॉलर(92,400 करोड़ रुपये) का गोलमाल सामने आया है। IMF ने पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए इन पैसों का हिसाब-किताब पूछा है। 11 बिलियन डॉलर की हेराफेरी करने के बाद पाकिस्तान की पूरी दुनिया में किरकिरी हो रही है।

    क्या है पूरा मामला?

    द एक्प्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान सिंगल विंडो (PSW) ने साल 2023-24 में जितना आयात बताया था, पाकिस्तान रेवेन्यू ऑटोमेशन लिमिटेड (PRAL) ने कुल आयात में 5.1 बिलियन डॉलर की कमी पाई है। वहीं, 2022-23 के आंकड़ों में भी 5.7 बिलियन डॉलर कम हैं। PRAL के आंकड़ों को ज्यादा सटीक माना जाता है। ऐसे में IMF ने पाकिस्तान को 11 बिलियन डॉलर का हिसाब देने के लिए कहा है।

    IMF ने पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (PBS) से इसपर जवाब मांगा था। इसे लेकर पाकिस्तान ने IMF को पूरा ब्यौरा दिया। वहीं, IMF ने 11 अरब डॉलर के लेन-देन को सार्वजनिक करने का आदेश दिया है।

    पाकिस्तान ने मानी गलती

    पाकिस्तान से बातचीत के दौरान IMF ने पड़ोसी मुल्क को पारदर्शिता बनाए रखने की सलाह दी है, जिससे अविश्वास की स्थिति उत्पन्न न हो सके। पाकिस्तान ने IMF के सामने माना है कि PBS के आंकड़े सटीक नहीं हैं और उसमें कुछ कमियां हैं। रिपोर्ट में दिए गए आयात के आंकड़े गायब थे।

    IMF ने पाकिस्तान पर सख्ती बरतते हुए पुराना डेटा अपडेट करने का आदेश दिया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का कहना है कि वो IMF पर निर्भरता कम करने की कोशिश कर रहे हैं।

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