'ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर के परिवार के टुकड़े-टुकड़े हो गए', जैश कमांडर का कबूलनामा
इंटरनेट पर वायरल एक वीडियो में जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी को यह बताते हुए सुना जा सकता है कि कैसे भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों में घुसकर उन पर हमला किया। मसूद इलियास कहता है आतंकवाद को गले लगाते हुए हमने इस देश की सरहदों की हिफाजत की है। इसके लिए दिल्ली काबुल और कंधार से जंग लड़ी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 'ऑपरेशन सिंदूर' का दर्द पाकिस्तान और आतंकवादियों के मन में अब भी बैठा है। पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में कई आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के महीनों बाद जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक कमांडर ने कबूला है कि आतंकवादी संगठन के शीर्ष कमांडर मसूद अजहर के परिवार को बहावलपुर में जान गंवानी पड़ी।
इंटरनेट पर वायरल एक वीडियो में जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी को यह बताते हुए सुना जा सकता है कि कैसे भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों में घुसकर उन पर हमला किया।
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— OsintTV 📺 (@OsintTV) September 16, 2025
Jaish-e-Mohamad top commander Masood ilyas kashmiri admits that On 7th May his leader Masood Azhar's family was torn into pieces in Bahawalpur attack by Indian forces.
Look at the number of gun-wielding security personnel in the background. According to ISPR… pic.twitter.com/OLls70lpFy
मसूद इलियास कहता है, "आतंकवाद को गले लगाते हुए, हमने इस देश की सरहदों की हिफाजत की है। इसके लिए दिल्ली, काबुल और कंधार से जंग लड़ी। अपना सब कुछ कुर्बान करने के बाद 7 मई को मौलाना मसूद अजहर के परिवार को भारतीय सेना ने बहावलपुर में मार गिराया।"
बहावलपुर क्यों भारतीय सेना के निशाने पर था?
बहावलपुर को निशाना इसलिए बनाया गया क्योंकि यह जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ है। लाहौर से लगभग 400 किलोमीटर दूर, जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय है, जिसे उस्मान-ओ-अली परिसर के नाम से भी जाना जाता है।
संयुक्त राष्ट्र की ओर से बैन आतंकवादी मसूद अजहर की तरफ से कश्मीर में जिहाद के नाम पर उकसाया जाता है। 2000 के दशक की शुरुआत में गठित जैश ए मोहम्मद पिछले 20 साल से भारत में आतंकी हमले कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद, पाकिस्तानी मीडिया ने बताया कि मसूद अजहर ने एक बयान जारी कर कबूला था कि भारतीय ऑपरेशन में उसके परिवार के 10 सदस्य मारे गए थे।
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