Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर के परिवार के उड़ गए थे चीथड़े', जैश कमांडर ने बताया कितना खौफनाक था हमला

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 09:22 PM (IST)

    ऑपरेशन सिंदूर के चार महीने बाद भी पाकिस्तान में आतंकियों में खौफ है। जैश ए मोहम्मद के कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने स्वीकारा कि बहावलपुर मुख्यालय पर भारतीय सेना के हमले में मसूद अजहर के परिवार के सदस्यों के चिथड़े उड़ गए थे। इलियास कश्मीरी ने बताया कि कैसे भारतीय सेना ने उनके चीफ के परिवार को निशाना बनाया।

    Hero Image
    जैश ए मोहम्मद के बहावलपुर मुख्यालय पर भारतीय सेना ने की थी स्ट्राइक (फाइल फोटो)

    नीलू रंजन, जागरण, नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के कहर का खौफ चार महीने बाद भी पाकिस्तान में आतंकियों में देखा जा सकता है। जैश ए मोहम्मद के एक कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने स्वीकार किया कि जैश ए मोहम्मद के बहावलपुर मुख्यालय पर भारतीय सेना की ओर से किए गए हमले में उसके संस्थापक मसूद अजहर के परिवार के सदस्यों के चिथड़े उड़ गए थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वैसे मसूद अजहर खुद भी ऑपरेशन सिंदूर में अपने परिवार के सदस्यों के मारे जाने की बात स्वीकार कर चुका है। लेकिन पहली बार किसी बड़े आतंकी कमांडर ने हमले की विभीषिका का वर्णन किया है। पाक अधिकृत कश्मीर में पैदा हुआ इलियास कश्मीरी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद में नंबर दो माना जाता है। इसकी भूमिका आतंकियों को हथियारों की ट्रेनिंग देने से लेकर युवाओं को कट्टरता का पाठ पढ़ाकर आतंकी बनाने का भी काम करता है।

    अजहर के परिवार के 10 सदस्य मारे गए थे

    इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो में इलियास कश्मीरी का पाकिस्तान के भीतर भी सुरक्षित नहीं डर देखा जा सकता है। जैश के अन्य हथियारबंद आतंकी कमांडरों की मौजूदगी इलियास कश्मीरी बता रहा है कि किस तरह से आतंकी बनने के बाद दिल्ली से लेकर काबुल, कंधार तक पाकिस्तान की सीमाओं की सुरक्षा के लिए लड़ाई की, लेकिन भारतीय सेनाओं ने खुद उसके चीफ के परिवार के सदस्यों के चिथड़े उड़ा दिये थे।

    भारतीय हमले में मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों के मारे जाने की कई सूत्रों से पुष्टि हो चुकी है। वैसे इलियास कश्मीरी ने एक बार फिर पाकिस्तानी सेना और आतंकियों के गठजोड़ की पुष्टि भी कर दी। उसके अनुसार आतंकी समूहों को पाकिस्तानी सेना और जनरल आसिम मुनीर का भरपूर समर्थन मिलता रहा है। इसके प्रमाण के रूप में उसने आपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकियों के दफनाने के दौरान सेना के जनरल को भेजने का उल्लेख किया।

    आतंकियों के अंतिम संस्कार में गए थे पाक अधिकारी

    ध्यान देने की बात है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के आतंकियों के अंतिम संस्कार के कार्यक्रमों में शामिल होने के वीडियो और फोटो सामने आए थे। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों द्वारा 26 निर्दोष पर्यटकों को धर्म देख-देखकर मार दिये जाने पर जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना ने छह-सात मई की रात को पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया था।

    इनमें लश्करे तैयबा का मुरीदके स्थिति मुख्यालय के साथ-साथ जैश ए मोहम्मद का बहावलपुर स्थित मुख्यालय भी शामिल था। वैसे पाकिस्तान सेना के डीजीएमओ के अनुरोध के बाद ऑपरेशन सिंदूर को 10 मई को स्थगित कर दिया गया, लेकिन भारत ने साफ कर दिया था कि यदि भविष्य में किसी भी तरह से आतंकी हमले की स्थिति में आतंकियों से जुड़े अड्डों पर सैन्य कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

    यह भी पढ़ें- 'अमेरिकी मध्यस्थता के लिए तैयार नहीं था भारत', पाकिस्तान ने कबूला सच