भूकंप के झटकों से कांपी पाकिस्तान की धरती, घबराकर घरों से बाहर भागे लोग
शनिवार को पाकिस्तान में 5.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे लोग दहशत में आकर घरों से बाहर भाग गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी, जिससे झटकों का खतरा बना हुआ है। हालांकि, अभी तक किसी नुकसान की खबर नहीं है। इससे पहले 5 अक्टूबर को भी पाकिस्तान में भूकंप आया था।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान में 5.0 तीव्रता का भूकंप आया। हालांकि भूकंप में किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं आई है।
एनसीएस के अनुसार, भूकंप 10 किमी की उथली गहराई पर आया, जिससे भूकंप के बाद के झटकों का खतरा बना रहता है। पाकिस्तान में 5.0 तीव्रता का भूकंप के बाद लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए हैं। इससे पहले 5 अक्टूबर को पाकिस्तान में 4.6 तीव्रता का भूकंप आया था।
उथले भूकंप गहरे भूकंपों की तुलना में ज्यादा खतरनाक
उथले भूकंप आमतौर पर गहरे भूकंपों की तुलना में ज्यादा खतरनाक होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि उथले भूकंपों से आने वाली भूकंपीय तरंगों की सतह तक पहुंचने की दूरी कम होती है, जिसके परिणामस्वरूप जमीन का कंपन ज्यादा होता है और इमारतों को ज्यादा नुकसान और ज्यादा हताहत होने की संभावना होती है।
पाकिस्तान दुनिया के भूकंपीय रूप से सक्रिय देशों में से एक है, जहां कई बड़े भूकंपीय भ्रंश स्थित हैं।
यह टकराव क्षेत्र देश को भीषण भूकंपों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील बनाता है। बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और गिलगित-बाल्टिस्तान जैसे प्रांत यूरेशियन प्लेट के दक्षिणी किनारे पर स्थित हैं, जबकि सिंध और पंजाब भारतीय प्लेट के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित हैं, जिससे यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं।
बलूचिस्तान अरब और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के बीच सक्रिय सीमा के पास स्थित है।
अन्य संवेदनशील क्षेत्र, जैसे पंजाब, जो भारतीय प्लेट के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित है, भूकंपीय गतिविधियों के प्रति संवेदनशील हैं। सिंध, हालाँकि कम संवेदनशील है, फिर भी अपनी स्थिति के कारण जोखिम में है।
पाकिस्तान के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण भूकंपों में से एक 1945 का बलूचिस्तान भूकंप (8.1 तीव्रता) है, जो देश के इतिहास का सबसे बड़ा भूकंप था।
(समाचार एजेंसी एएनआइ के इनपुट के साथ)
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