तो इसलिए आसिम मुनीर को बनाया गया फील्ड मार्शल? शहबाज सरकार ने बताई प्रमोशन की वजह
आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल बनाए जाने के बाद शहबाज सरकार ने कहा पाकिस्तान सरकार ने देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने और मरक-ए- हक तथा ऑपरेशन बुनयान उल मरसूस (Operation Bunyanum Marsoos) के दौरान उच्च रणनीति और साहसी नेतृत्व के आधार पर दुश्मन को हराने के लिए जनरल सैयद असीम मुनीर (निशान-ए-इम्तियाज मिलिट्री) को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत करने को मंजूरी दे दी है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान बेशर्मी की सारी हदें पार कर रहा है। उसने 'ऑपरेशन सिंदूर' में भारतीय सेना के हाथों मुंह की खाने के बावजूद पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर (Asim Munir) का प्रमोशन किया है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में एक अभूतपूर्व निर्णय लेते हुए जनरल मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत करने का निर्णय लिया गया।
57 वर्षीय जनरल मुनीर पाकिस्तान के 11वें सेना प्रमुख हैं और वह देश के 78 वर्ष के इतिहास में केवल दूसरे फाइव स्टार फील्ड अधिकारी बनेंगे। पाकिस्तान में अभी तक एकमात्र फील्ड मार्शल सैन्य शासक अयूब खान थे। उन्होंने 1959 में सत्ता पर कब्जा करने के बाद खुद को इस शीर्ष रैंक पर पदोन्नत किया था।
सरकार ने मुनीर को क्यों बनाया फील्ड मार्शल?
आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल बनाए जाने के बाद शहबाज सरकार ने कहा, "पाकिस्तान सरकार ने देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने और मरक-ए- हक तथा ऑपरेशन बुनयान उल मरसूस (Operation Bunyanum Marsoos) के दौरान उच्च रणनीति और साहसी नेतृत्व के आधार पर दुश्मन को हराने के लिए जनरल सैयद असीम मुनीर (निशान-ए-इम्तियाज मिलिट्री) को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत करने को मंजूरी दे दी है।"
पीएमओ के बयान में आगे कहा गया, जनरल मुनीर ने अनुकरणीय साहस और दृढ़ संकल्प के साथ सेना का नेतृत्व किया और व्यापक तरीके से सशस्त्र बलों की युद्ध रणनीति और प्रयासों का समन्वय किया। सेना प्रमुख के अद्वितीय नेतृत्व के कारण पाकिस्तान ने मरक-ए-हक में ऐतिहासिक जीत हासिल की।
पीएम शहबाज ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री शहबाज ने एक्स पर कहा, ‘‘आज पाकिस्तान फील्ड मार्शल असीम मुनीर के साथ-साथ अपने बहादुर देशवासियों, सैनिकों, शहीदों और उनके परिवारों को सलाम करता है।’’
On behalf of the entire nation, I extend my heartfelt felicitations to General Syed Asim Munir, NI (M) on his well-deserved promotion to the rank of Field Marshal. His exemplary leadership during Operation Bunyan-um-Marsoos crushed enemy’s nefarious designs and brought great…
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) May 20, 2025
सम्मान प्राप्त करने के बाद क्या बोला मुनीर?
फील्ड मार्शल का सम्मान प्राप्त करने के बाद मुनीर ने कहा कि वह इस पद को प्राप्त करने के लिए ईश्वर के आभारी हैं और इसे “पूरे राष्ट्र, पाकिस्तान के सशस्त्र बलों, विशेष रूप से नागरिक और सैन्य शहीदों और दिग्गजों” को समर्पित करते हैं। यह किसी व्यक्तिगत सम्मान नहीं बल्कि पाकिस्तान के सशस्त्र बलों और पूरे देश का सम्मान है।’’
मुनीर पाकिस्तान पर अपनी पकड़ को मजबूत कर रहे: विश्लेषक
हालांकि कुछ विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान में वास्तविक सत्ता सेना के पास है और मुनीर ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में अपमानजनक हार के बावजूद खुद को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया है। जबकि कुछ अन्य विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि मुनीर पाकिस्तान पर अपनी पकड़ और नियंत्रण को मजबूत कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत के हालिया 'ऑपरेशन सिंदूर' में पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। भारतीय मिसाइलों ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर कई एयरबेस को तबाह किया था। इसके बावजूद पाकिस्तान इसे अपनी जीत के तौर पर पेश करने के लिए झूठे दावे करने से बाज नहीं आ रहा।
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