रूस की रिफायनरी में ड्रोन हमले से लगी आग, 1,400 किमी दूर से किया गया अटैक
रूस के बाश्र्कोटोस्तान क्षेत्र में ड्रोन हमले से तेलशोधक कारखाने में आग लग गई। बाशनेफ्ट कंपनी के इस कारखाने पर हुए हमले को क्षेत्रीय गवर्नर ने आतंकी हमला बताया है हालांकि यूक्रेन का नाम नहीं लिया। माना जा रहा है कि यूक्रेन ने यह ड्रोन हमला किया है जिसकी मारक क्षमता में वृद्धि की जा रही है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ड्रोन हमले से रूस के बाश्र्कोटोस्तान क्षेत्र में स्थित तेलशोधक कारखाने में आग लग गई। यह रिफायनरी बाशनेफ्ट नाम की सरकारी कंपनी की है।
क्षेत्रीय गवर्नर राडी खाबीरोव ने इसे आतंकी हमला कहा है लेकिन बयान में यूक्रेन का जिक्र नहीं किया है। लेकिन माना जा रहा है कि यह ड्रोन हमला यूक्रेन ने ही किया है। जिस रिफायनरी पर हमला हुआ वह उफा शहर के नजदीक है जो यूक्रेन की सीमा से करीब 1,400 किलोमीटर दूर है।
यूक्रेन बढ़ा ड्रोन की मारक क्षमता
उल्लेखनीय कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अगस्त में कहा था कि उनका देश 2,000 किलोमीटर दूर तक मार करने वाले ड्रोन विकसित करने की कोशिश में जुटा है। लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें न होने से यूक्रेन ड्रोन की मारक क्षमता बढ़ाने में जुटा है। इससे वह रूस के डिफेंस सिस्टम पर खर्च को बढ़ा रहा है।
रूस ने भी दिखाई ताकत
बेलारूस के साथ चल रहे सैन्य अभ्यास में रूस ने शनिवार को हाइपरसोनिक बैलेस्टिक मिसाइल से लैस अपने मिग-31 लड़ाकू विमान को चार घंटे तक बैरेंट्स सागर के ऊपर अंतरराष्ट्रीय जलसीमा के भीतर उड़ाया। रूस ने लड़ाकू विमान में किंजल हाइपरसोनिक मिसाइल लगाई थी। यह मिसाइल परमाणु हमला करने में सक्षम है। यूक्रेन युद्ध में रूसी सेना ने कई बार इस मिसाइल का इस्तेमाल कर उसका परीक्षण किया है।
(न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
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