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    चीन से रूस पहुंचते ही पुतिन का दिखा नया रूप, Gen Z भाषा में करने लगे बात; सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

    Updated: Thu, 04 Sep 2025 08:44 PM (IST)

    रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 सितंबर 2025 को व्लादिवोस्तोक में 10वें पूर्वी आर्थिक मंच में भाग लेने पहुंचे। उन्होंने रूस के सुदूर पूर्व में विकास और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग पर जोर दिया। पुतिन ने नेशनल सेंटर रूस की नई शाखा का दौरा किया जहां उन्होंने कैडेटों से बातचीत की और रूसी जेन जेड की बोलचाल भाषा का प्रदर्शन देखा।

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    रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन। (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 सितंबर, 2025 को आयोजित होने वाले 10वें पूर्वी आर्थिक मंच (ईईएफ) के लिए गुरुवार को व्लादिवोस्तोक में थे, जहां उन्होंने एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए चीन की अपनी हालिया यात्रा के बाद रूस के सुदूर पूर्व में विकास और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में घनिष्ठ सहयोग पर जोर दिया।

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    इस दौरान उन्होंने नेशनल सेंटर रूस की नई ब्रांच का दौरा भी किया। इस शाखा में देश की संस्कृति, इतिहास और उपलब्धियों को दर्शाया गया है। वहां उन्होंने कैडेटों के साथ बातचीत की और रशियन जेन जेड (जेनेरेशन जेड) की बोलचाल की भाषा का प्रदर्शन भी देखा। इस कार्यक्रम का एक वीडियो भी सामने आया है।

    जब पुतिन ने बोली Gen Z भाषा

    इस कार्यक्रम के एक वीडियो में एक युवती यह समझाती हुई दिखाई दे रही है कि भाषा औपचारिक और बोलचाल के बीच कैसे बदलती है। उसने पुतिन से कहा, "हम यहां बच्चों को बोलना सिखाते हैं।" फिर उदाहरण देते हुए समझाया, 'तटस्थ भाषा में "यह एक आसान खेल हो सकता है" वाक्यांश बोलचाल में "यह एक सुकून भरा सत्र होगा" बन गया।'

    एक और वाक्य, "दोस्तों, यह समस्या पूरी तरह से बेतुकी है," अपने बोलचाल के रूप में बदल गया - "दोस्तों, ये परेशानियां पूरी तरह से शर्मनाक हैं।" पुतिन ने मुस्कुराते हुए यह वाक्य दोहराया, जिससे वहां मौजूद लोग हंसने लगे। इसके अलावा, उन्होंने ईईएफ ने क्षेत्र में आर्थिक विकास, नई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और ऊर्जा सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया।

    चीन का दौरा कर रूस पहुंचे व्लादिमीर पुतिन

    पुतिन ने हाल ही में चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने पश्चिम के खिलाफ एकजुटता दिखाई और यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का बचाव किया। उन्होंने दोहराया कि यह युद्ध 2014 में कीव में पश्चिम समर्थित तख्तापलट और नाटो के विस्तार के कारण भड़का था।

    3 सितम्बर को उन्होंने विश्व में अधिक संतुलित प्रणाली की वकालत की और वैश्विक राजनीति या सुरक्षा पर "प्रभुत्व" स्थापित करने की कोशिश करने वाले किसी भी राष्ट्र के प्रति आगाह किया, हालांकि उन्होंने भारत और चीन जैसे आर्थिक दिग्गजों के उदय को भी स्वीकार किया।

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