EU के तेल-गैस खरीद रोकने से रूस पर नहीं पड़ेगा फर्क, अन्य रास्ते किए तैयार
यूरोपीय संघ के देशों द्वारा रूसी तेल और गैस की खरीद रोकने से रूस पर कोई असर नहीं पड़ेगा। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि रूस ने अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अन्य रास्ते तैयार कर लिए हैं। उन्होंने यह बात यूरोपीय संघ प्रमुख उर्सला वान डेर लिएन और डोनाल्ड ट्रंप की टेलीफोन वार्ता पर प्रतिक्रिया देते हुए कही।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूरोपीय संघ (ईयू) के देशों के रूसी तेल और गैस खरीद बंद करने से रूस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। बीते साढ़े तीन वर्षों में पश्चिमी देश रूस पर सभी तरह के प्रतिबंध लगा चुके हैं लेकिन उसका रूस की आर्थिक स्थिति पर कोई असर नहीं हुआ है।
रूस ने अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अन्य रास्ते तैयार कर लिए हैं। यह बात राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कही है। रूस ने यह बात ईयू प्रमुख उर्सला वान डेर लिएन की मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से हुई टेलीफोन वार्ता पर प्रतिक्रिया में कही है।
तेल खरीद पर रोक की हुई बात
दोनों नेताओं में रूस से तेल और गैस की खरीद जल्द रोकने पर बात हुई है। ट्रंप यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए यूरोपीय देशों से जल्द खरीद बंद करने और रूस से तेल-गैस खरीदने वाले देशों पर टैरिफ लगाने के लिए कह चुके हैं। बुधवार को पोलैंड ने भी 2026 में ही रूसी तेल और गैस की खरीद रोकने का ईयू से अनुरोध किया।
अभी ईयू ने जनवरी 2028 तक रूसी तेल और गैस खरीद रोकने का कार्यक्रम निश्चित कर रखा है। यूक्रेन युद्ध के चलते यूरोपीय देशों द्वारा रूस से व्यापार बहुत कम करने के बावजूद कुछ देश अभी भी रूस से तेल और गैस की खरीद कर रहे हैं।
भविष्य में क्या होगा?
पेस्कोव ने कहा कि यूरोपीय देश गलतफहमी में हैं कि उनके प्रतिबंधों से रूस की आर्थिक स्थिति बिगड़ जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं होगा। बीते साढ़े तीन वर्षों में लगे उनके प्रतिबंधों से बनी स्थिति इसकी गवाह है। रूस के राष्ट्रीय हित इन प्रतिबंधों से बिल्कुल भी प्रभावित नहीं हुए हैं। ऐसा ही भविष्य में भी होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।