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    गुजरात से गया रूस, यूक्रेन के खिलाफ उठाए हथियार और फिर किया सरेंडर; कौन है साहिल मोहम्मद हुसैन?

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 04:06 PM (IST)

    यूक्रेनी सेना ने दावा किया है कि उन्होंने रूसी सेना की तरफ से लड़ रहे एक भारतीय नागरिक साहिल मोहम्मद हुसैन को पकड़ा है। हुसैन गुजरात के मोरबी का रहने वाला है और उसे रूस में ड्रग्स तस्करी के मामले में 7 साल की सजा हुई थी। सजा से बचने के लिए वह रूसी सेना में शामिल हुआ। उसने यूक्रेनी सेना के सामने हथियार डाल दिए हैं।

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    यूक्रेनी सेना ने जारी किया साहिल मोहम्मद हुसैन का वीडियो। फोटो - सोशल मीडिया

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के युद्ध में कई भारतीय भी रूसी सेना की तरफ से लड़ रहे हैं। इसी कड़ी में यूक्रेनी सेना की 63वीं मैकेनाइज्ड ब्रिगेड ने एक भारतीय को पकड़ने का दावा किया है, जिसका नाम साहिल मोहम्मद हुसैन है।

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    यूक्रेनी सेना का दावा है कि मोहम्मद हुसैन ने उनके सामने हथियार डाल दिया है। हालांकि, भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, यूक्रेनी सेना के अधिकारियों ने इसपर कोई औपचारिक अपडेट नहीं दिया है। मामले की जांच की जा रही है।

    यूक्रेन की सेना की 63वीं मैकेनाइज्ड ब्रिगेड ने टेलिग्राम पर वीडियो जारी करते हुए इसकी जानकारी दी है। वीडियो में मोहम्मद हुसैन को भी देखा जा सकता है, जो रूसी भाषा में अपनी कहानी सुना रहा है।

    भारत से गया रूस और हुई 7 साल की सजा

    मोहम्मद हुसैन के अनुसार, वो गुजरात के मोरबी का रहने वाला है और उसकी उम्र 22 साल है। मोहम्मद कुछ साल पहले पढ़ाई के सिलसिले में रूस गया था। रूसी विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान मोहम्मद ड्रग्स तस्करी केस में पकड़ा गया। अदालत में उसका गुनाह साबित हो गया, जिसके बाद रूस की अदालत ने मोहम्मद को 7 साल जेल की सजा सुना दी।

    रूसी सेना में हुआ शामिल

    इसी बीच रूस और यूक्रेन का युद्ध चल रहा था और रूसी सेना में भर्ती चल रही थी। मोहम्मद सजा से बचना चाहता था। ऐसे में उसे सजा के बदले रूसी सेना में शामिल होने का मौके मिला और उसने तुरंत हां बोल दिया। रूस के स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन में शामिल होने के लिए मोहम्मद ने रूसी सेना के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया और उसे जेल से रिहा कर दिया गया।

    हुसैन ने किया सरेंडर

    मोहम्मद के अनुसार, कॉन्ट्रैक्ट साइन करते समय उसे बताया गया था कि युद्ध लड़ने के बदले उसे 1 लाख रुबल मिलेंगे, लेकिन कुछ नहीं दिया गया। 16 दिन की बेसिक ट्रेनिंग के बाद 1 अक्टूबर को मोहम्मद को युद्ध क्षेत्र में भेज दिया गया। हालांकि, युद्ध के मैदान में यूक्रेनी सेना से सामना होने के बाद मोहम्मद ने हथियार डाल दिए और खुद को सरेंडर कर दिया।

    भारत वापस भेजने की मांग

    वीडियो में मोहम्मद यूक्रेनी सेना से भारत वापस भेजने की मांग कर रहा है। मोहम्मद का कहना है, "मैं रूस वापस नहीं जाना चाहता हूं। मुझे यूक्रेन की जेल में भेज दो और अगर मुमकिन हो तो मुझे मेरे देश भारत वापस भिजवा दो।"

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