'पहलगाम हमले ने मुझे स्तब्ध कर दिया', आतंकवाद को लेकर ब्रिटिश सांसद ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी
ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन ने जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की ¨नदा की और पहलगाम हमले पर दुख जताया। उन्होंने ब्रिटेन सरकार से भारत के साथ एकजुटता दिखाने का आग्रह किया। ब्लैकमैन ने निर्दोष पर्यटकों पर हुए हमले को बर्बर बताया और पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष-विराम का स्वागत किया लेकिन इसे नाजुक बताया।
एएनआई, लंदन। जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद जारी रहने को 'बेहद निराशाजनक' बताते हुए ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन ने पहलगाम में हुए हालिया आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने ब्रिटेन की सरकार से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता से खड़े होने का आग्रह किया है।
एक्स पर साझा किए गए एक बयान में ब्लैकमैन ने कहा, ''मैं कुछ महीने पहले पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से स्तब्ध हूं, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। मुझे राहत है कि शांति कायम हो गई है, लेकिन संघर्ष-विराम अभी भी नाजुक बना हुआ है। चूंकि भारत पश्चिमी देशों के साथ गहरे सुरक्षा संबंध चाहता है, इसलिए मैंने सरकार से आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े होने का आग्रह किया है।''
निर्दोष पर्यटकों पर हुए बर्बर हमले से स्तब्ध हूं: बॉब ब्लैकमैन
उन्होंने कहा, ''पहलगाम में भीषण आतंकवादी हमला हुआ और उसके बाद भारत ने आतंकवाद-रोधी कार्रवाई ''ऑपरेशन सिंदूर'' की। मैं निर्दोष पर्यटकों पर हुए बर्बर हमले से बेहद स्तब्ध और दुखी हूं। इसमें महिलाओं और बच्चों, हिंदुओं, ईसाइयों और एक नेपाली नागरिक सहित 26 लोगों की जान चली गई। मेरी संवेदनाएं पीडि़तों और उनके स्वजनों के साथ हैं, और मैं उनके और भारत के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा हूं।''
उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष-विराम का स्वागत किया, लेकिन चेतावनी दी कि ''यह संघर्ष-विराम अभी भी बहुत नाजुक है और एक बार फिर युद्ध में बदल सकता है।''
आतंकवाद को प्रायोजित करने में पाकिस्तान की कथित भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, ''कश्मीरी पंडितों और उनके कश्मीर घाटी लौटने के अधिकार तथा भारत के अपने लोगों और क्षेत्र की रक्षा करने के उसके संप्रभु अधिकार के साथ खड़े होने वाले एक व्यक्ति के रूप में यह बेहद निराशाजनक है कि पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित यह आतंकवाद जम्मू-कश्मीर में जारी है।''
उन्होंने आतंकवाद से निपटने के भारत के प्रयासों के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन का भी आह्वान किया।
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