जीसीसी में आधुनिक टेक्नोलॉजी में जॉब के अनेक अवसर, यह ट्रेंड दो दशक से अधिक रहने की उम्मीद
पिछले दो साल में भारतीय आईटी कंपनियों के साथ बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने भी या तो छंटनी की है या नई भर्तियां कम की हैं। लेकिन इन्हीं दो वर्षों में जीसीसी में बड़े पैमाने पर लोगों को जॉब मिली है। इनमें फ्रेशर तो हैं ही पुरानी आईटी कंपनियां छोड़कर आने वाले भी हैं। स्किल्ड प्रोफेशनल्स की बढ़ती मांग को देखते हुए जीसीसी की तरफ से कैंपस हायरिंग भी बढ़ी है।
एस.के. सिंह, नई दिल्ली। भारत में आज स्किल्ड टैलेंट की जितनी मांग है, वैसी पहले कभी नहीं थी। वजह है, देश में ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर यानी जीसीसी (GCC) की बढ़ती संख्या। इनमें प्रोफेशनल्स की मांग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स, साइबर सिक्योरिटी, फुल-स्टैक डेवलपमेंट, यूआई/यूएक्स, क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में है। ये टेक्नोलॉजी कंपनियों के अलावा बैंकिंग और फाइनेंस, ऑटोमोबाइल, टेलीकॉम और रिटेल सेक्टर की कंपनियों को अपनी सेवाएं दे रहे हैं तथा बहुराष्ट्रीय कंपनियों के वैश्विक ऑपरेशन में भी बढ़-चढ़कर भूमिका निभा रहे हैं।