देश में दुधारू पशुओं की उत्पादकता बढ़ाने के लिए बीते वर्षों में कई बड़े कदम उठाए गए हैं। ब्रीडिंग, आहार और पोषण के क्षेत्र में उठाए गए इन कदमों से पिछले 10 वर्षों के दौरान क्रॉस ब्रीड गायों की उत्पादकता 26.1% और भैंसों की 23.4% बढ़ी है। खास बात यह है कि देसी नस्ल की गायों की उत्पादकता में 37.6% का सुधार आया है। भारत में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने में छह दशकों से लगी देश की सबसे प्रमुख संस्था राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के चेयरमैन डॉ. मीनेश शाह को भरोसा है कि आने वाले वर्षों में दूध उत्पादन और उत्पादकता में और वृद्धि होगी। संभव है कि वर्ष 2030 तक हम बड़े पैमाने पर दूध उत्पादों का निर्यात करने लगें। विश्व दूध दिवस (1 जून) के अवसर पर डॉ. शाह से जागरण प्राइम के एस.के. सिंह की बातचीत के मुख्य अंशः-

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